Tuesday, August 20, 2013

बांग्ला लेखक तथा अनुवादक समरचन्द जी ने कसाईखाना शीर्षक से मेरी कुछ कहानियों का बांग्ला अनुवाद प्रकाशित कराया है। जिसका लोकार्पण पिछले दिनों आसनसोल में हुआ। प्रस्तुत हैउक्त कहानी संग्रह का मुख् पृष्ठ।


No comments:

कहानी ऐसे मिली